Solar Battery

लिथियम आयन बैटरी या लेड एसिड बैटरी कौन सी खरीदें Best Solar Battery

लिथियम आयन बैटरी या लेड एसिड बैटरी कौन सी खरीदें Best Solar Battery

दोस्तों अगर आप अपनी लेड एसिड बैटरी को रिप्लेस करना चाहते है लिथियम आयन बैटरी से तो इस पोस्ट में हम इसकी के बारें में जानकारी देने वालें है और इसके साथ हम आपको ऐसी बैटरी का ऑप्शन भी बताएंगे जिस का यदि हम कंपेयर करेंगे लिथियम आयन तो इसकी लाइफ काफी ज्यादा निकल कर आयेगी कम से कम 3 से 4 गुना ज्यादा निकल कर आयेगी और यदि इसकी टोटल लाइफ की बात करें तो यदि आप इसे 10 तक भी चलाएंगे तब भी इसमें कोई खराबी नहीं होगी तो दोस्तों इसकी पूरी जानकारी लेने के लिए इस पोस्ट को पूरा और लास्ट तक जरुर देखे तो चलिए दोस्तों शुरू करते है

इस पोस्ट को हम पार्ट में बांटकर आपको जानकारी देंगे यानि की सबसे पहले थोड़ी सी जानकारी आपको लेड एसिड बैटरी के बारें देंगें और इसके बाद लिथियम आयन बैटरी के बारें में आपको जानकारी देंगे लिथियम आयन बैटरी पर काफी ज्यादा चर्चा हम करेंगें और इसके बाद हम आगे आगे आनेवाली बैटरी के बारें में बात करेंगें.

1. लेड एसिड बैटरी

दोस्तों लेड एसिड बैटरी एक ऐसी बैटरी है जिस पर हम कम से कम 50 साल से निर्भर है और यह कोई नई टेक्नोलॉजी नहीं है अगर आपको यह बात नहीं पता थी तो ये बात आप समझ जाइएगा की इस बैटरी को हम 50-60 सालो से इस्तेमाल कर रहे है इसमें कम्पनी धीरे – धीरे थोड़े थोड़े बदलाव करती गई और यह बैटरी इम्प्रूव होती गई और आज के समय में जो ये लेड एसिड बैटरी है इसका सबसे नया रूप हमारे पास है लेड एसिड बैटरी के काफी ज्यादा फायदे है और नुकसान भी है लोगों की सबसे ज्यादा प्रॉब्लम होती है एक लेड एसिड बैटरी को रखने की किसको रखने से पहले आपको एक बेबी केयर बनना पड़ता है क्योंकि इस बैटरी में हर महीने या फिर 40 दिन में 1 बार पानी डालना पड़ता है इस बैटरी के टर्मिनल के ऊपर कार्बन आ जाता है.

उसका कार्बन को साफ करना पड़ता है इस तरह की काफी सारी समस्या इस बैटरी के साथ आती है जिस कारण से इस बैटरी पर ध्यान देना पड़ता है तो इस वजह से कस्टमर कहीं ना कहीं थोड़ा सा इरिटेट हो गया है अब कस्टमर चाहता है कि हमें इससे कुछ अच्छा ऑप्सन देखने को मिले जहां पर हमें ऐसी समस्याओं का सामना ना करना पड़े कॉन्पैक्ट साइज हो अगर आप लेड एसिड बैटरी का कंपेयर करेंगे किसी लिथियम आयन बैटरी से तो डेफिनेटली आकार में एक और तीन का अनुपात बैठेगा इस वजह से ही मार्केट में लिथियम आयन बैटरी को लाया गया था तो चलिए दोस्तों अब जानते है लिथियम आयन बैटरी के बारें में

2. लिथियम आयन बैटरी

दोस्तों लिथियम आयन बैटरी को हम Li-ion बैटरी भी कहते है इसमें छोटे छोटे से लगे होते हैं जो रिचार्जेबल होते हैं इसको आप चार्ज करिए और फिर से डिस्चार्ज करिए इसकी यही सायकल चलती रहती है इस बैटरी में 3.6/3.8 वोल्टेज का एक सेल होता है ये इस बैटरी की टेक्निकल स्पेसिफिकेसन होती है दोस्तों इस बैटरी को सबसे ज्यादा इंप्रेस बनाता है वह है इस बैटरी की ड्यूरेबिलिटी कि यह बैटरी 400 से लेकर 1200 बार तक चार्ज और डिस्चार्ज की जा सकती है इसी वजह से इस बैटरी का कंपैरिजन हम लेड एसिड बैटरी से करते हैं तो लेड एसिड बैटरी हमारी सिर्फ 400 से 700 के बीच होती है जबकि लिथियम आयन बैटरी 400 से लेकर 1200 बार तक चार्ज और डिस्चार्ज की जा सकती है.

यहां पर हमें 1200 का एक ऊंचा ग्राफ देखने को मिलता है और इसी वजह से कस्टमर अट्रैक्ट होता है.कि यह बैटरी अच्छी चलेगी डेफिनेटली यह बैटरी अच्छी चलती है पर इतनी ज्यादा अच्छी नहीं चलती जितना आपको समझ में आ रहा है एक प्रैक्टिकल डाटा और रियलिटी में जमीन आसमान का अंतर होता है और यही अंतर आपको इस लिथियम आयन बैटरी मैं देखने को मिलेगा अगर हम आपको अपने एक्सपीरियंस से इसकी रियल लाइफ के बारे में बताऐ तो यह बैटरी भी आपकी सेम लेड एसिड बैटरी की तरह 3 से सिर्फ 5 साल चलने वाली है इसे ज्यादा बड़ी ही रेयर कंडीसन में 1 साल और चल सकती है पर इससे ज्यादा इस बैटरी में आपको लाइफ साइकिल देखने को नहीं मिलेगा लेकिन

अगर इन दोनों बैटरीयों के प्राइस का कंपैरिजन करेंगे तो लेड एसिड बैटरी आपको लगभग 12 से ₹ 13000 के आसपास देखने को मिल जाती है जबकि लिथियम आयन बैटरी आपको ₹ 25000 के करीब देखने को मिलेगी यानि की लिथियम आयन बैटरी लेड एसिड बैटरी के मुकाबले 2 गुना महंगी है बस दोस्तों लिथियम आयन बैटरी का फायदा यह है कि इस बैटरी में हमें पानी नहीं डालना पड़ता है ना ही दोस्तों इस बैटरी के ऊपर कार्बन साफ करना पड़ता है और दोस्तों ना ही यह बैटरी ज्यादा भारी होती है और साइज में भी यह बैटरी छोटी हो सकती है.

लिथियम आयन बैटरी के नुकसान

दोस्तों लिथियम आयन बैटरी की प्रॉब्लम छिपी है इस बैटरी के और इस बैटरी की मेन प्रॉब्लम यह है कि इसमें आपको लिथियम और कोबाल्ट का एक कॉन्बिनेशन देखने को मिलता है जो कॉन्बिनेशन ज्यादा खतरनाक हो जाता है

दोस्तों कोबाल्ट और लिथियम को जब ऑक्सीजन मिल जाती है या फिर नमी जैसी चीज मिल जाती है तो इसके अंदर होता है एक केमिकल रिएक्शन तो जब इसके अंदर केमिकल रिएक्शन होता है तो उस कंडीशन में लिथियम जो है वो ज्यादा खतरनाक हो जाता है दोस्तों ऐसा कई बार देखने को मिलता है कि जब लिथियम बैटरी में आग लगती है तो वह इतनी ज्यादा तेज होती है कि अगर आप उसके सम्पर्क में किसी भी लोहे की चीज को लायेंगें तो वह बिलकुल मेल्ट हो जाएगी कहने का मतलब यह है कि जब लिथियम आयन बैटरी में आग लगती है तो उस वक्त उसका टेंपरेचर बहुत ज्यादा होता है और यह रिएक्शन होता है सिर्फ कोबाल्ट की वजह से दोस्तों कोबाल्ट एक काफी ज्यादा रिएक्टिव तत्व है और जब यह दोनों तत्व रिएक्शन में आते है तो यह बड़े ब्लास्ट भी कर सकते हैं.

दोस्तों लिथियम आयन बैटरी काफी ज्यादा सेंसिटिव होती है मतलब कि यह बैटरी काफी जल्दी चार्ज हो जाती है कई बार होता है कि यह बैटरी ओवरहिट हो जाती है यानी कि इतना शॉर्ट ड्यूरेशन होता है इसके चार्ज होने का की इसके ओवर चार्ज होने का खतरा हमेशा बना रहता है अगर यह बैटरी ओवरचार्ज हो गई या फिर ओवरहिट हो गई या फिर मान लीजिये की इसके सर्किट के अंदर कोई और प्रॉब्लम हो गई तो यह बैटरी शॉर्ट सर्किट हो जाती है और दोस्तों जब भी ऐसी प्रॉब्लम होती है तो करीब 80 परसेंट इस बैटरी के अंदर आग लग जाती है.

इस बैटरी के अंदर लगी हुई आग बहुत तेज होती है इस बैटरी की हमेशा आपको ध्यान रखनी पड़ती है कि कहीं है बैटरी ओवरहिट ना हो जाए या फिर या बैटरी ओवरचार्ज ना हो जाए या फिर यह बैटरी नमी के संपर्क में न आजाये जाए यानी कि लेड एसिड बैटरी से 2 गुना ज्यादा प्रॉब्लम आपको लिथियम आयन बैटरी में देखने को मिल सकती है तो इस वजह से दोस्तों लोगों ने इस बैटरी को कम ही यूज किया है क्योंकि दोस्तों इस बैटरी के नुकसान ज्यादा थे और फायदे बहुत कम थे दोस्तों यह बैटरी भी बहुत ही पुरानी है लेकिन दोस्तों अब मार्केट के अंदर यह फिर से थोड़ी ज्यादा पॉपुलर हो रही है इसलिए हमने सोचा कि आपको इसके बारे में जानकारी दे दे लिथियम आयन बैटरी में बहुत सारी प्रॉब्लम होती है इसलिए दोस्तों यदि कोई हमें लिथियम आयन बैटरी खरीदने की कहे तो हम तो यह बैटरी कभी नहीं खरीदेंगें.

अब सवाल यह आता है की यदि लिथियम आयन बैटरी इतनी ज्यादा खतरनाक है तो क्या किया जाय – तो दोस्तों इसी को विज्ञानिको ने थोडा सा उपग्रेड किया क्योंकि लिथियम आयन पर रिस्क ज्यादा थे यह पहले आपको ई रिक्शा और इलेक्ट्रिक कार में लगी हुई मिलती थी लेकिन जब भी इन बैटरीयों में आग लगती थी तो कार पूरी तरह से जल जाती थी आप सोशल मीडिया और युटुब वगैरह पर ऐसी विडियो देख सकते हैं दोस्तों यह बैटरी कितनी ज्यादा खतरनाक है कि पूरी की पूरी गाड़ी को जलाने की क्षमता रखती है इतना ज्यादा इसके अंदर केमिकल रिएक्शन होता है जोकि प्रॉब्लम क्रिएट करता था दोस्ती की हो गई लिथियम आयन बैटरी की बात है अब दोस्तों यह बात आपके ऊपर डिपेंड करती है कि आप इसके फाइदों के ऊपर ध्यान देते हैं या फिर इसके नुकसान के ऊपर डिसीजन आप का है यदि आप चाहें तो इस बैटरी को खरीद सकते हैं

3. लिथियम आयरन फास्फेट बैटरी

तो दोस्तों अब बात करते हैं बैटरी के एक ऐसे ऑप्शन के बारे में जो कि इस बैटरी से ज्यादा इंप्रूवमेंट रखता है और बैटरी की ड्यूरेशन है वह काफी लंबी देखने को मिलती है जब कंपनी ने लिथियम आयन बैटरी बनाने के बाद है ऐसे नुकसान देखें तब उन्होंने तो कंपनी ने किया इस बैटरी के अंदर इंप्रूवमेंट इन्होने लिथियम आयन बैटरी के अंदर ही कुछ चीजें बदल दी इस बदलाव में जो लिथियम आयन बैटरी के अंदर कोबाल्ट था उस कोबाल्ट को बाहर निकाल दिया और उसके अंदर कोबाल्ट की जगह आयरन डाल दिया तो यह बैटरी हो गई LiFePO4 तो अब इसको लोग अपने अपने हिसाब से नाम देते हैं लेकिन इसका जो शुद्ध नाम है वह है लिथियम आयरन फास्फेट बैटरी इसमें जो कोबाल्ट था उसको बहार निकल दिया और उसकी जगह डाल दिया आयरन को
आयरन एक ऐसा तत्व है जो काफी ज्यादा सुस्त है क्योंकि आयरन नॉर्मल किसी के साथ केमिकल रिएक्शन नहीं करता है अगर करता भी है तो कोबाल्ट की तरह इतना ज्यादा नहीं करता है क्योंकि मान लीजिये किसी कारण से आपकी इस बैटरी में आग लग भी जाती है तो वह सिर्फ नाम मात्र ही आग होगी इस आग से इतना ज्यादा नुकसान नहीं होगा

लिथियम आयरन फास्फेट बैटरी स्पेसिफिकेसन

1. यह बैटरी काफी ज्यादा क्लोज होती है हमारी लेडी एसिड बैटरी के
2. इस बैटरी का इस्तेमाल हम अपने घर में ऑफ ग्रेट स्टोर के रूप में कर सकते हैं
3. इस बैटरी का इस्तेमाल ज्यादातर ई-रिक्शा में किया जाता है
4. यह बैटरी कम से कम 10 साल तक चल सकती है

दोस्तों इस बैटरी की सेफ्टी के बात करें तो यह बैटरी बहुत ज्यादा सेफ और सूटेबल होती है क्योंकि दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया था कि कोबाल्ट ज्यादा प्रोअक्टिव्व तत्व होता है लिकिन अब इसके अंदर आयरन है तो आयरन एक लेजी तत्व है जो ज्यादा रिएक्शन नहीं करता है जिस वजह से आपको कोई भी प्रोब्लम आसानी से देखने को नहीं मिलेगी अगर इसकी लाइफ की बारें में बात करें तो या बैटरी लेड एसिड बैटरी और लिथियम आयन बैटरी से 2 या 3 गुना ज्यादा चलती है मन लीजिये की लेड एसिड बैटरी 5 साल चलती है तो यह लिथियम आयरन फास्फेट बैटरी 15 साल तक चल सकती है

तो दोस्तों यदि आप लिथियम आयन बैटरी लेना वाले थे तो हम आपको रेकमंड करेंगें की आप लिथियम आयरन फास्फेट बैटरी (LiFePO4) को ले यह बैटरी बहुत बढ़िया है और ज्यादातर इसका इस्तेमाल कार, इरिक्षा में किया जाता है और इसके प्राइस के बारें में बात करें तो यह बैटरी लगभग लिथियम आयन बैटरी के प्राइस जितनी ही होगी लेकिन यह लिथियम आयरन फास्फेट बैटरी (LiFePO4) ज्यादा सुरक्षित है बजाय लिथियम आयन बैटरी के

तो दोस्तों उम्मीद है की हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी तो यदि यह जानकारी आपको पसंद आये तो इसे शेयर जरुर करें धन्यवाद. Best Solar Battery best solar battery in india lithium ion solar battery solar battery price best solar battery bank for home best solar battery 2021 best solar battery in india 2021 best solar battery 2022 best lithium battery for solar

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