ओन ग्रिड ऑफ ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम क्या है और इनकी कीमत

ओन ग्रिड ऑफ ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम क्या है और इनकी कीमत
बिजली हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन गई है. आज हमारा शायद ही ऐसा कोई काम होगा जो कि हम बिना बिजली के कर सकते है. इसीलिए बिजली का उपयोग पहले के मुकाबले आज बहुत ज्यादा होना शुरू हो गया है. लेकिन जैसे जैसे बिजली का उपयोग बढ़ता जा रहा है. वैसे वैसे बिजली की कीमत भी बढ़ती जा रही है. इसीलिए ज्यादातर लोग बिजली का बिल कम करने के लिए सोलर पैनल का उपयोग करते है.ं. लेकिन सभी को यह जानकारी नहीं होती कि उनको किस प्रकार के सोलर सिस्टम का उपयोग करना चाहिए मार्केट में आपको अलग-अलग तरह के सोलर सिस्टम देखने को मिलते है. जिसके बारे में आपको नीचे अलग-अलग बताया जाएगा और उनमें से आपको कौन सा लगवाना चाहिए यह भी आपको पता चल जाएगा.
1.ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम
On Grid Solar System in Hindi : ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का मतलब है. कि जब आपके घर पर ग्रिड सप्लाई होगी तभी है. सिस्टम काम करेगा या यूं कहें कि यह सिस्टम घर में आने वाली ग्रिड सप्लाई पर निर्भर होता है. इस सोलर सिस्टम में आपको सोलर पैनल, सोलर इनवर्टर, और एक bi-directional meter लगवाना पड़ता है. जो कि आपके घर में आने वाली ग्रिड सप्लाई और वापस ग्रिड में भेजे जाने वाली सप्लाई का हिसाब रखता है.
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का यह फायदा होता है. कि इसमें सोलर पैनल से जितनी भी पावर मिलती है. अगर उस पावर को आप पूरा उपयोग नहीं कर पाते है. तो यह पावर ग्रिड में चली जाती है. जिससे कि आपका जो बिजली का बिल है. वह कम हो जाता है.
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का उपयोग वहां पर किया जा सकता है. जहां पर दिन के समय में कम से कम 10 घंटे Grid की सप्लाई रहती है. क्योंकि यह पूरा सिस्टम तभी काम करता है. जब Grid सप्लाई आती है. और जैसे ही Grid की सप्लाई बंद होती है. वैसे ही यह सिस्टम काम करना बंद कर देता है. इसीलिए अगर आप अपने घर में ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने की सोच रहे है.ं तो आपके घर में सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक बिजली आनी चाहिए तभी यह सोलर सिस्टम लगवाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा.
इस सोलर सिस्टम में बैटरी का उपयोग नहीं किया जाता इसीलिए Grid की सप्लाई जाने के बाद में आपको कोई भी बैटरी बैकअप नहीं मिलता है. अगर आपको बैटरी बैकअप की आवश्यकता होती है. तो आपको ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की बजाय ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम खरीदना होगा जिसके बारे में नीचे आपको बताया जाएगा.
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत
सोलर सिस्टम की कीमत इसके Size ,Brand , Quality इत्यादि पर निर्भर करती है. अगर एक अनुमान की बात की जाए तो ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम आपको कितने रुपए में लगेगा इसकी सूची नीचे दी गई है.
On Grid Solar System Size | Approx. Price | |
1kw Solar System | Rs. 60,000 | |
2kw Solar System | Rs. 85,000 | |
3kw Solar System | Rs. 1,15,000 | |
5kw Solar System | Rs. 1,75,000 | |
6kw Solar System | Rs. 2,00,000 | |
8kw Solar System | Rs. 2,65,000 | |
10kw Solar System | Rs. 3,75,000 |
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम की यह कीमत सिर्फ एक अनुमान के अनुसार है. क्योंकि अलग-अलग कंपनियां अलग-अलग कीमत पर इसे लगाती है. लेकिन यहां पर अगर आप इसके अंदर पैनल की क्वालिटी को बदलते है. तो उसी आधार पर इसकी कीमत भी बदल जाती है. उदाहरण के लिए अगर आप इसके अंदर पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का उपयोग करते है. जो कि आपको 25 से 30 per watt में मिलेंगे . तो आपके सोलर सिस्टम की कीमत कम रहेगी इसकी जगह अगर आप मोनोक्रिस्टलाइन या बाई फेशियल सोलर पैनल का उपयोग करेंगे तो आपके सोलर सिस्टम की कीमत काफी ज्यादा बढ़ जाती है. इसीलिए सोलर सिस्टम लगाने से पहले आपको पता होना चाहिए कि आपके लिए कौन सा सोलर पैनल सही रहेगा इसके लिए हमने पहले एक पोस्ट लिखी है. वह आप पढ़ सकते है. जिससे आपको पता चल जाएगा कि आप के लिए कौन सा सोलर पैनल सही रहेगा.
सोलर पैनल के प्रकार और सोलर पैनल की कीमत
2.ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम
Off Grid Solar System in Hindi : सोलर सिस्टम आज के समय में काफी उपयोग किया जा रहा है. क्योंकि इसके लिए किसी भी प्रकार के ग्रेड की सप्लाई की जरूरत नहीं होती यानी कि अगर आपने अपने घर में बिजली का कनेक्शन नहीं लगाया तो भी यह सोलर सिस्टम आपके घर में काम करेगा इस सोलर सिस्टम में आपको सोलर पैनल, सोलर इन्वर्टर, और सोलर बैटरी का उपयोग करना पड़ता है. इसके अंदर सोलर बैटरी लगानी पड़ती है. इसीलिए इसकी जो कीमत है. वह थोड़ी ज्यादा हो जाती है. लेकिन आपको अगर बैटरी बैकअप की आवश्यकता है. आपके घर में बिजली का कनेक्शन नहीं है. तो आपको बैटरी वाला यह सेटअप या यूं कहें कि ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना पड़ेगा.
ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत
ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत काफी अलग-अलग चीजों पर निर्भर करेगी जैसे कि आपको कौन से प्रकार का सोलर इनवर्टर लगाना है. कौन से प्रकार के सोलर पैनल लगाने है. कितनी बड़ी बैटरी लगानी है. उसी आधार पर ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत होती है. लेकिन एक अनुमान के लिए आपको नीचे जो कंपनियों द्वारा ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगाया जाता है. उनकी कीमत दी गई है. जिससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि अगर आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लग पाते है. तो आपको कितने पैसे देने पड़ सकते है. लेकिन यहां पर दी गई कीमत कम या ज्यादा हो सकती है.
Solar System Size | Approx. Price |
1kW Solar System Price | Rs. 70,000 |
2kW Solar System Price | Rs. 1,50,000 |
3kW Solar System Price | Rs. 2,10,000 |
5kW Solar System Price | Rs. 3,50,000 |
6kW Solar System Price | Rs. 4,00,000 |
7.5kW Solar System Price | Rs. 5,00,000 |
10kW Solar System Price | Rs. 6,25,000 |
ऊपर बताई गई कीमत कंपनियों द्वारा ली जाती है. क्योंकि इसके अंदर काफी Charges लगते है. इसीलिए यह सिस्टम आपको थोड़ा महंगा पड़ता है. अगर आप इसे खुद से इंस्टॉल करेंगे तो आप काफी पैसे बचा सकते है. जैसे उदाहरण के लिए अगर आप 1 किलोवाट का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगाना चाहते है. तो नीचे आपको उसकी कीमत बताई गई है. जो कि आपको खुद इंस्टॉल करने पर पड़ेगी.
1450 VA Pwm सोलर इन्वर्टर = Rs.6,000*
1 सोलर बैटरी = Rs.13000*
1 Kw सोलर पैनल = Rs.25,000* ( पॉलीक्रिस्टलाइन )
Rs.10,000* Extra वायरिंग और स्टैंड के लिए
Total = Rs.54,000*
Rs. 54,000* रुपए में आप खुद का 1 किलोवाट का सोलर सिस्टम लगा सकते है.
* = Approx.
3.हाइब्रिड सोलर सिस्टम
Hybird Solar System In hindi : हाइब्रिड सोलर सिस्टम एक ऐसा सिस्टम है. जो कि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम और ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम दोनों की तरह काम कर सकता है.
अगर आपको बैकअप की आवश्यकता है तो आप इससे बैकअप भी ले सकते हैं और अगर आपको सोलर पैनल से बिजली बनाकर वापिस Grid में भी भेज सकते हैं जिससे कि आपका बिजली का बिल कम हो जाएगा. लेकिन इसकी कीमत ऑफ ग्रिड और ऑन ग्रिड दोनों ही सोलर सिस्टम से ज्यादा होती है. इसका उपयोग वहां पर किया जा सकता है जहां पर दिन के समय में थोड़ी बहुत देर बिजली जाती है. लेकिन अगर आपके यहां पर दिन के समय में बिजली ज्यादा देर जाती है तो आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ही लगवाना चाहिए.
4.Normal Inverter का सोलर सिस्टम
अगर आप अपने घर में पहले से ही लगे हुए नॉर्मल इनवर्टर पर सोलर पैनल लगाकर उसे सोलर सिस्टम में बदलना चाहते हैं तो आप इसके लिए कम पैसे लगाकर भी अपने नॉर्मल इनवर्टर को सोलर इनवर्टर में कन्वर्ट कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले आपको पता होना चाहिए कि आपको कितने पैनल अपने इनवर्टर पर लगाने हैं अगर आपका एक बैटरी का इनवर्टर है तो आप ज्यादा से ज्यादा 1 किलो वाट के सोलर पैनल इस पर लगा सकते हैं.
अगर आप 500 वाट के सोलर पैनल अपने नॉर्मल इनवर्टर पर लगाना चाहते हैं तो इसके लिए आप Smarten कंपनी का mppt 30 amps, 12-24V सोलर चार्ज कंट्रोलर लगाकर एक बैटरी पर 500 w कि सोलर पैनल कोर 2 बैटरी वाले सिस्टम पर 1000 watt के सोलर पैनल लगा सकते हैं.
नॉर्मल इनवर्टर पर सोलर चार्ज कंट्रोलर और सोलर पैनल लगाने से आपके काफी पैसे बच जाते हैं. लेकिन अगर आप सोलर पैनल का उपयोग करना चाहते हैं तो आपको सोलर बैटरी का ही उपयोग करना चाहिए क्योंकि सोलर बैटरी को हम ज्यादा करंट से भी चार्ज कर सकते हैं अगर आप नॉर्मल बैटरी को ज्यादा करंट से चार्ज करेंगे तो वह जल्दी खराब हो जाएगी. इसीलिए हमेशा सोलर पैनल के साथ में सोलर बैटरी का ही उपयोग करें.
तो आज की इस पोस्ट में आपको तीन प्रकार के सोलर सिस्टम के बारे में बताया गया है तीनों का ही उपयोग अलग-अलग जगह के लिए किया जाता है इनमें से आपको कौन से प्रकार के सोलर सिस्टम की जरूरत है या आपको इसके बारे में कुछ और जानना है तो नीचे कमेंट करके हमसे पूछे.