सोलर पैनल का कनेक्शन कैसे करते हैं

सोलर पैनल का कनेक्शन कैसे करते हैं

अपने सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा एफिशिएंट बनाने के लिए आपको अपने सोलर पैनल के कनेक्शन को सही तरह से करना बहुत ही जरूरी होता है आपके पास में कितने भी वाट का पैनल हो लेकिन उसकी जो VOC रेंज है वो मायने करती है. आपके सोलर इनवर्टर को और सोलर चार्ज कंट्रोलर के लिए,  क्योंकि हमारा जो इनवर्टर या सोलर चार्ज कंट्रोलर होता है वह एक लिमिट तक ही VOC को सपोर्ट करता है.

ऐसा नहीं है कि आप कितने भी पैनल को सीरीज में जोड़कर उसकी VOC बढ़ा दे. यहां पर हम बात करने वाले हैं. कहां पर किस कंडीशन के अंदर आपको किस तरह के कनेक्शन करने चाहिए और अगर आप गलत कनेक्शन करते हैं तो क्या आप को नुकसान हो सकता है.

सोलर पैनल पैलरेल कनेक्शन

तो सबसे पहले बात करते हैं पैलरेल कनेक्शन की की हमें पैरेलेल कनेक्शन की जरूरत कहां और क्यों पड़ती है पैरेलेल कनेक्शन अगर हम किसी भी सोलर पैनल के करते हैं तो वहां पर उन सभी सोलर पैनल का जो करंट है. वह Add हो जाता है यानी कि अगर मान लीजिए किसी भी सोलर पैनल का करंट 10 एंपियर है और आपने 5 सोलर पैनल को पैरेलेली कनेक्ट कर दिया है.

तो 50 एंपियर आपको करंट मिलेगा फाइनल आउटपुट के अंदर लेकिन वहां पर उसकी जो VOC रेंज रहेगी वह फिक्स रहेगी अगर उसकी VOC 45 वोल्ट है फाइनल आउटपुट के अंदर आपको 50 एंपियर करंट और 45 वोल्ट की VOC देखने को मिलेगी तो अब इस 45 वोल्ट की VOC ब्रेक डाउन करने के लिए ऐसा कंट्रोलर चाहिए वो कम से कम 45 वोल्ट की VOC को सपोर्ट करें या इससे हाई VOC को सपोर्ट करें तो फिर ऐसे में आपको देखना पड़ेगा कि आपका जो कंट्रोलर या इनवर्टर है वो 45 वोल्ट की VOC को सपोर्ट करता है या नहीं यहां पर अगर आपके पास में PWM टेक्नोलॉजी है तो दो बैटरी के नीचे से कोई भी सिस्टम के ऊपर 45 वोल्ट की किसी भी VOC को सपोर्ट नही करता है.

यहां पर सिंगल बैटरी का इनवर्टर PWM टेक्नोलॉजी के अंदर मैक्सिमम 25 वोल्ट की VOC को सपोर्ट करता है. जिसके लिए आप को 36 सेल वाले सोलर पैनल का उपयोग करना पड़ेगा और सभी को पैलरेल में कनेक्ट करना पड़ेगा यहां पर जो पैलरेल कनेक्शन है वो मोस्टली PWM टेक्नोलॉजी के अंदर ही यूज होते हैं और उन्हीं के लिए ज्यादा फायदेमंद रहते हैं क्योकि PWM टेक्नोलॉजी के अंदर जो सोलर पैनल से आने वाली हाई वोल्टेज है वह उसको करंट में कन्वर्ट नहीं कर सकता है इसलिए अगर आप हाई VOC पैनल लगा देते हैं. PWM टेक्नोलॉजी पर वहा आपका पावर का ही लॉस होगा तो यहां पर आपने PWM टेक्नोलॉजी का कंट्रोलर या इनवर्टर लिया है तो आपका जो इनवर्टर या कंट्रोलर है जितनी VOC उसी को सपोर्ट करता है उतनी ही VOC वाले सोलर पैनल का उपयोग करें ताकि आपको सोलर पैनल से पूरी आउटपुट मिल सके तो यहां पर इसीलिए पैनल कनेक्शन को किया जाता है ताकि मैक्सिमम करंट को बढ़ाया जा सके .

सोलर पैनल सीरीज कनेक्श

अब बात करते हैं की सीरीज में कनेक्शन क्यों किए जाते हैं सीरीज में कनेक्शन करने का सबसे बड़ा फायदा होता है MPPT टेक्नोलॉजी के अंदर और जो हमारा ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम होता है उसके अंदर यहां पर अगर हम सोलर पैनल को सीरीज में कनेक्ट करते हैं तो वहां पर उसकी VOC प्लस होती चलेगी और करंट उतना ही रहेगा फिर से वही एग्जांपल ले लेते हैं 10 एंपियर अगर आप के पैनल से मिलते हैं और 45 वोल्ट आपके पैनल से मिलता है तो अगर यहां पर आप 10 पैनल को भी सीरीज कर देते हैं.

तो 450 वोल्ट आपकी VOC रहेगी और 10 एंपियर करंट ही उसका फिर आउटपुट पर रहेगा तो यहां पर करंट नहीं बढ़ेगा सीरीज के अंदर सिर्फ VOC ज्यादा होगी तो यहां पर जितने पैनल आप सीरीज में कनेक्ट करते हैं उनकी फाइनल VOC को चेक कीजिए और अपने इनवर्टर या कंट्रोलर की VOC को चेक कीजिये .

वहां पर देखिये कि जो आपकी पैनल की VOC है वह आपके इनवर्टर या कंट्रोलर के सपोर्ट करने वाली VOC से कम है या नहीं अगर ज्यादा VOC रहेगी तो आपका पैनल कोई काम का नहीं है वह इनवर्टर या कंट्रोलर भी उसे सपोर्ट नहीं करेगा तो यहां पर अगर आप अपने सोलर पैनल को सीरीज में कनेक्ट करना चाहते हैं तो आपके पास में MPPT टेक्नोलॉजी होनी चाहिए तभी ये फायदा करेंगे हालांकि PWM के अंदर भी आप कनेक्ट कर सकते हैं सीरीज के अंदर लेकिन वहां पर अगर आप डबल बैटरी का इनवर्टर ले रहे हैं और आपके पास पैनल 12 वोल्ट के है तो उनको ही फिर आप सीरीज में कनेक्ट करकर डबल बैटरी पर लगा सकते हैं.

ट्रिपल या चार बैटरी जितने भी सिस्टम पर आप लगाना चाहते हैं तो वहां पर आपको PWM टेक्नोलॉजी में आपके पैनल को इस तरह कनेक्ट करना है कि जो इनवर्टर या कंट्रोलर जो VOC सपोर्ट करता है उसको उतनी ही VOC मिले और बाकी का जो सिस्टम है और वो करंट पढ़ाई एग्जांपल के लिए अगर आपके पास में 12 वोल्ट के सभी पैनल है तो यहां पर डबल बैटरी के ऊपर आप कनेक्ट करना चाहते हैं PWM के अंदर तो यहां पर सिर्फ यहां पर दो-दो पैनल को सीरीज कीजिए और बाकी को पैरेलेल कर दीजिए जिससे कि आपको अपने सोलर पैनल से मैक्सिमम यहां पर करंट मिलेगा.जिस से आपका PWM सोलर चार्ज कंट्रोलर या इन्वर्टर भी ज्यादा अच्छे से परफॉर्म करेंगा.

MPPT के लिए सोलर पैनल के कनेक्शन

MPPT टेक्नोलॉजी में सोलर चार्ज कंट्रोलर या इन्वर्टर जितनी VOC सपोर्ट करता है. उस इन्वर्टर या चार्ज कंट्रोलर को उतनी ही सोलर पैनल से वोल्टेज दे.  यहां पर सिंगल बैटरी के अंदर MPPT के ऊपर आपको 45 वोल्ट मिल जाती है ऑलमोस्ट PWM से डबल VOC, MPPT के अंदर सपोर्ट कर लेता है तो यहां पर आप 72 सेल तक के सोलर पैनल को MPPT के अन्दर आप यूज कर सकते हैं यहां पर कितनी VOC का पैनल हो वो आप MPPT टेक्नोलॉजी के अंदर यूज कर सकते हैं बस आपका इनवर्टर कंट्रोलर उस VOC को सपोर्ट करना चाहिए और MPPT के अन्दर आपको एक और भी फायदा मिलता है कि अगर आप हाई VOC अपने इनवर्टर या कंट्रोलर को देते हैं तो वह उतनी ही वोल्टेज को यूज़ करेगा जितनी उसको जरूरत है बाकी को फिर वह करंट में कन्वर्ट करके आप की बैटरी को ज्यादा एफिशिएंटली चार्ज कर देगा तो यह बात हो गई कि पैरलल कनेक्शन कहां जरूरत पड़ती है और सीरीज कनेक्शन कहां जरूरत पड़ती है.

तो अब बात करते हैं कि आपने गलत कनेक्शन कर दिए तो क्या होगा गलत कनेक्शन से हमारा यह मतलब नहीं है कि आपने वायरिंग उल्टी कर दी यहां पर हमारा मतलब है की एक आपके पास में है 100 वोल्ट का पैनल एक है 150 वोल्ट का पैनल तो यहां पर अगर आप इसे सिंगल बैटरी को पैरलली कनेक्ट करेंगे तो आपको कोई भी लोस नहीं होता है PWM टेक्नोलॉजी के साथ में या MPPT टेक्नोलॉजी के साथ में लेकिन अगर आप इसे सीरीज में तो यहाँ पर तो छोटा पैनल है वो बड़े पैनल के लिए एक रजिस्टेंस का काम करेगा क्योंकि उसकी पॉवर आउटपुट कम है तो सीरिज में अगर आप इससे कनेक्ट करेंगे तो आप काफी पॉवर लोस होगा और आपको इतनी आउटपुट पॉवर देखने को नहीं मिलेगी इसकी बाजाए आप इन दोनों पैनल को पेरलली कनेक्ट करके ही यूज़ करे.

अगर आप इनका यूज़ पेरलली नहीं कर सकते तो इन्हें बेच दे और नया पैनल खरीदने की कोशिश करे इन्हें सिरिस्ज में लगाकर अपना पॉवर लॉस ना करे और आपका जो छोटा पैनल है वो भी बहुत जल्दी भी ख़राब हो जाता है तो गलत पैनल के कनेक्शन करने से आपको सिर्फ पॉवर लॉस ही होगा अगर आपके पासमे कोई भी छोटे पैनल है जिनको आप दुसरे पैनल के साथ में कनेक्ट करना चाहते है तो पोस्ट के निचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते है तो उन पैनल का साइज़ और VOC को हमे बता सकते है हम आपके रिप्लाय में बताएंगे की कैसे आप इसके कनेक्शन कर सकते है.

आप यहाँ पर अगर छोटा पैनल आप 12वोल्ट पैनल को 144 सेल वाले पैनल का साथ में कनेक्ट करना चाते है तो 12 वाल्ट वाले सभी पैनल की VOC को 144 सेल वाले पैनल के बराबर कर दीजिए और दोनों को पेरलेल में कनेक्ट कर दीजिये जिससे की आप बड़े ही आराम से फिर उन छोटे बड़े पैनल को यूज़ कर सकते है otherwise सभी को सीरिज में कनेक्ट करके आप यूज़ नहीं कर सकते तो ये था सोलर पैनल के कनेक्शन करने के बारे में की कैसे आपको पेरलेल या कैसे सीरिज में कनेक्शन करना चाहिए और क्यों करना चाहिए तो अब इस पोस्ट में इतना ही अगर पोस्ट पसंद आई हो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करे.

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