सोलर पैनल के प्रकार और सोलर पैनल की कीमत

सोलर पैनल के प्रकार और सोलर पैनल की कीमत
जब हम कोई भी सोलर सिस्टम लगाते हैं चाहे वह ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम को या फिर ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम हो सभी में सोलर पैनल का ही उपयोग किया जाता है. लेकिन सोलर पैनल भी आपको मार्केट में कई प्रकार के देखने को मिलते हैं.
इसीलिए कुछ लोगों को यह नहीं पता होता कि उनके लिए कौन से सोलर पैनल सही रहेंगे. अगर आप किसी के भी कहने से ऐसे ही सौर पैनल को खरीद लेते हैं तो बाद में आपको पछताना पड़ सकता है या आपको उन सोलर पैनल को बाद में बदलना पड़ सकता है जो कि आपको ज्यादा महंगे पड़ेंगे.
इसीलिए सोलर पैनल लगाने से पहले आपको सभी प्रकार के सोलर पैनल की जानकारी होनी चाहिए ताकि आपको सही सोलर पैनल का चुनाव करने में आसानी हो और जो भी सोलर पैनल आप खरीदी वह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो तो आज की इस वीडियो में हम आपको सोलर पैनल के अलग-अलग प्रकार के बारे में बताने वाले हैं जिससे कि आपको सोलर पैनल खरीदने में आसानी होगी.
सोलर पैनल के प्रकार
सोलर पैनल कई प्रकार के आते हैं अगर इनके डिजाइन के हिसाब से बात करें तो आज की मार्केट में चार प्रकार के ही सोलर पैनल आपको ज्यादा देखने को मिलते हैं.
1. पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
2. मोनो परक सोलर पैनल
3. हाफ कट मोनो परक सोलर पैनल
4. बायफेशियल सोलर पैनल
इसके अलावा इनकी cells के हिसाब से भी मुख्य तीन तरह के पैनल आपको मार्केट में देखने को मिलते हैं जिन्हें हम अलग-अलग वोल्टेज के सिस्टम पर अलग-अलग तरह से उपयोग करते हैं.
1. 36 cells
2. 60 cells
3. 72 cells
तो जहां पर आपके सामने कुल 7 प्रकार के सोलर पैनल है लेकिन डिजाइन के आधार पर आपको पहले ध्यान रखना है उसके बाद में ही आपको इनके cells के हिसाब से यह खरीदने होंगे तो सबसे पहले हम बात करेंगे इनके डिजाइन के हिसाब से जो पैनल है वह क्या है और उन में क्या खास बात है.
1. पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
Polycrystalline Solar Panel In Hindi : पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल पुरानी टेक्नोलॉजी है जो कि सबसे ज्यादा उपयोग की जाती है इसे सबसे ज्यादा उपयोग करने का सबसे बड़ा कारण है कि यह सोलर पैनल काफी सस्ते आपको मिल जाते हैं. जैसा कि आपको पता है सोलर पैनल बनाने के लिए सिलिकॉन धातु का उपयोग किया जाता है लेकिन जो मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल होते हैं पैनल में शुद्ध सिलिका का उपयोग किया जाता है लेकिन होते हैं इसके अंदर सिलिकॉन के अलावा कुछ और धातुओं को मिला दिया जाता है जिसके कारण इसकी कीमत कम हो जाती है.
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के जो cell होते हैं वह नीले रंग के होते हैं. जैसा कि आपको फोटो में दिखाया गया है पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का उपयोग ऐसी जगह पर किया जाता है जहां पर धूप काफी अच्छी रहती है. इसे बर्फीले इलाकों में उपयोग नहीं किया जाता जहां पर धूप दिन के समय में काफी कम रहती है तो अगर आपके यहां पर धूप अच्छी रहती है तो आप पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का उपयोग कर सकते हैं नहीं तो आपको नीचे इसके और प्रकार के बारे में बताया जाएगा जो कि आप ले सकते हैं लेकिन आपके घर पर आती है.
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कीमत
सोलर पैनल की कीमत आपको watt के हिसाब से मिलती है. यानी कि आपको हर एक watt के हिसाब से रुपए देने पड़ते हैं. पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कीमत लगभग 20 रुपए से लेकर 25 रुपए per watt तक होती है. जितना कम वाट का सोलर पैनल खरीदेंगे इतना महंगा मिलेगा और जितना ज्यादा वाट का सोलर पैनल खरीदेंगे आपको इतना सस्ता मिलेगा.
2. मोनो परक सोलर पैनल
Mono PERC Solar Panel In Hindi : मोनो सोलर पैनल का जो cell होता है वह दिखने में काले रंग का होता है जैसा कि आपको फोटो में दिखाया गया है. इस प्रकार के सोलर पैनल का उपयोग ऐसी जगह पर किया जाता है जहां पर धूप कम रहती है. क्योंकि यह सोलर पैनल कम धूप में भी अच्छी तरह काम करता है . इस सोलर पैनल में शुद्ध सिलिकॉन का उपयोग किया जाता है इसीलिए इस सोलर पैनल की दक्षता (efficiency) पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल से ज्यादा होती है.और इसी लिए इस सोलर पैनल की कीमत भी पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल से ज्यादा होती है. अगर आपके घर पर धूप कम रहती है यानी कि दिन भर में ज्यादातर बादल रहते हैं तो आप इस सोलर पैनल का उपयोग कर सकते हैं.
मोनो परक सोलर पैनल की कीमत
पॉलीक्रिस्टलाइन की तरह यह सोलर पैनल भी आपको per watt के हिसाब से ही मिलता है. और जितना छोटा पैनल या जितना कम watt का पैनल आप खरीदेंगे उतना महंगा को मिलता है. और जितना ज्यादा वाट का पैनल आफ खरीदेंगे वह आपको उतना ही सस्ता मिलता है यह पैनल आपको लगभग 25 रुपए से 30 रुपए per watt के हिसाब से मिल जाता है.
3. हाफ कट मोनो परक सोलर पैनल
Half Cut Solar Panel In Hindi : मोनो परक टेक्नोलॉजी को ही आगे बढ़ाते हुए इसके अंदर लगे हुए cell को दो हिस्सों में काटकर हाफ कट मोनो परक सोलर पैनल को बनाया गया है. इस सोलर पैनल के अंदर आपको 144 cell देखने को मिलते हैं जैसा कि आपको नीचे फोटो में दिखाया गया है. इस सोलर पैनल का उपयोग वहां पर कर सकते हैं जहां पर कभी-कभी सोलर पैनल के ऊपर छाया आ जाती है. जो साधारण सोलर पैनल होते हैं उसमें अगर छाया आ जाती है तो वह काम नहीं करता है लेकिन अगर आप कट सोलर पैनल के आधे हिस्से पर भी छाया आ जाती है तो यह आधा करता रहता है इसीलिए इस सोलर पैनल का उपयोग आप वहां पर कर सकते हैं जहां पर आधे हिस्से पर कभी-कभी छाया आ जाती है.
हाफ कट सोलर पैनल की कीमत
हाफ कट सोलर पैनल भी आपको लगभग 30 रुपए से 35 रुपए per watt के हिसाब से मिल सकते हैं यह निर्भर करेगा कि आप कहां से खरीद रहे हैं अगर आप इन्हें ऑनलाइन खरीदेंगे तो यह आपको काफी महंगे पड़ेंगे इसके बजाय आप अपनी लोकल मार्केट से ही सोलर पहनी खरीदें ताकि आपको ज्यादा सस्ते मिल सके.
4. बायफेशियल सोलर पैनल
Bifacial Solar Panel In Hindi : बाय फेशियल सोलर पैनल के टेक्नोलॉजी आज के समय में काफी नहीं है और यह सोलर पैनल आपको मार्केट में काफी कम ही देखने को मिलता है यह सोलर पैनल दोनों तरफ से ही बिजली बना सकता है इसीलिए इस सोलर पैनल की जो दक्षता (efficiency) है वह दूसरे सभी सोलर पैनल के मुकाबले काफी ज्यादा रहती है. दूसरे सभी सोलर पैनल के पीछे आपको एक सफेद रंग की सीट देखने को मिलती है लेकिन बायफेशियल सोलर पैनल में उसकी जगह कांच का गिलास लगाया जाता है जिससे कि सोलर पैनल के पीछे पड़ने वाली सूर्य की किरणें जब प्रतिबिंबित (Reflect ) होकर वापस सोलर पैनल की पिछले हिस्से पर पड़ती है तो यह सोलर पैनल पिछले हिस्से से भी पावर बना देता है इसीलिए इसकी दक्षता (efficiency) 30 % तक अधिक बढ़ सकती है. यह सोलर पैनल आप वहां पर लगा सकते हैं जहां पर आपको जगह की कमी हो अगर आप कम जगह में ज्यादा सोलर पावर बनाना चाहते हैं तो आप इस सोलर पैनल का उपयोग कर सकते हैं.
बायफेशियल सोलर पैनल की कीमत
बायफेशियल सोलर पैनल की टेक्नॉलॉजी नई है और इसकी इसी दक्षता (efficiency) भी दूसरों के मुकाबले ज्यादा होती है. इसीलिए इस सोलर पैनल की कीमत आपको मार्केट में थोड़ी सी ज्यादा देखने को मिलती है यह सोलर पैनल आपको 40 रुपए से 45 रुपए per watt के हिसाब से मिल जाएगा.
तो यह प्रकार थे इसके डिजाइन के हिसाब से इनमें से आपको कौन सा लगाना चाहिए वह आप अपनी जगह और बजट के अनुसार खरीद सकते हैं. अगर आपके घर पर अच्छी धूप आती है और जगह आपके पास का ही है तो आप पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल खरीद सकते हैं. और अगर आपके घर पर अच्छी धूप नहीं आती है और जगह की कोई कमी नहीं है तो आप मोनोक्रिस्टलाइन या हाफ कट सोलर पैनल खरीद सकते हैं.अब बात करते हैं Cell के हिसाब से सोलर पैनल कितने प्रकार के होते हैं .
1. 36 Cells के सोलर पैनल
इस प्रकार के सोलर पैनल को 12v का सोलर पैनल कहा जाता है और इसका उपयोग ज्यादातर एक बैटरी वाली सिस्टम पर किया जाता है. इस प्रकार के सोलर पैनल की VOC लगभग 22 Volt होती है और 36 cells के अंदर आपको काफी छोटे से छोटे सोलर पैनल भी देखने को मिलते हैं. 50 watt से लेकर 150 watt का पैनल भी 36 cells में खरीद सकते हैं. तो अगर आपके पास में एक बैटरी का कोई भी सिस्टम है तो आप 30 सेल्स वाले सोलर पैनल खरीद सकते हैं. लेकिन सोलर पैनल का उपयोग कभी भी सीधे बैटरी पर ना करें इसके लिए आपको सोलर चार्ज कंट्रोलर का उपयोग करना चाहिए.
2. 60 Cells के सोलर पैनल
60 Cells वाले सोलर पैनल को 24v का सोलर पैनल भी कहा जाता है इस प्रकार के सोलर पैनल का उपयोग 2 बैटरी वाली सिस्टम पर किया जाता है. इस प्रकार के सोलर पैनल की VOC लगभग 33 Volt होती है ज्यादातर इस प्रकार के सोलर पैनल का उपयोग सोलर सिस्टम में किया जाता है जो कि हमारे घरों में लगा होता है. अगर आप दो बैटरी वाला सिस्टम लगाना चाहते हैं तभी 60 Cells वाले सोलर पैनल का उपयोग कर सकते हैं इसके अलावा आप अगर एक बैटरी वाले सिस्टम पर 60 Cells वाले सोलर पैनल का उपयोग करना चाहते हैं तो आपके पास में MPPT सोलर चार्ज कंट्रोलर या सोलर इनवर्टर होना चाहिए.
2. 72 Cells के सोलर पैनल
72 Cells वाले सोलर पैनल को भी 24v का सोलर पैनल कहा जाता है. और इस सोलर पैनल का उपयोग ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम और ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम दोनों में ही किया जाता है. 72 Cells के अंदर आपको सभी प्रकार के सोलर पैनल मिल जाते हैं चाहे आप पॉलीक्रिस्टलाइन खरीदें या मोनोक्रिस्टलाइन खरीदे या बायफेशियल सोलर पैनल खरीदें.
इस प्रकार के सोलर पैनल की VOC लगभग 45 Volt होती है .अगर आप दो बैटरी वाला सिस्टम लगाना चाहते हैं तभी 72 Cells वाले सोलर पैनल का उपयोग कर सकते हैं इसके अलावा आप अगर एक बैटरी वाले सिस्टम पर 72 Cells वाले सोलर पैनल का उपयोग करना चाहते हैं तो आपके पास में MPPT सोलर चार्ज कंट्रोलर या सोलर इनवर्टर होना चाहिए.
तो ऊपर आपको सभी प्रकार के सोलर पैनल के बारे में पूरी जानकारी दी गई है अगर इसके बारे में अभी भी आपका कोई सवाल रह जाता है तो हमारे पोस्ट के नीचे कमेंट करके आप हमसे पूछ सकते हैं या हमसे फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और हमारे यूट्यूब चैनल पर जाकर कमेंट करके भी हमसे पूछ सकते हैं.