घर ऑफिस और दुकान पर सोलर पैनल लगाने का खर्चा
बहुत से लोगों को अब भी सोलर पैनल के फायदों के बारें में नहीं पता है. की सोलर पैनल क्या है. और इसका इस्तेमाल कहाँ पर किस लिए किया जाता है. तो आज की इस पोस्ट में हम इन सब सवालों के जवाब देंगे की सोलर पैनल क्या है. और इसका इस्तेमाल कहाँ पर किया जाता है. तो चलिए शुरू करते है
आसान भाषा में कहें तो सोलर पैनल एक ऐसा उपकरण है. जो कि सूर्य के ऊर्जा या ऊष्मा में बदलता है. और फिर हम इस ऊर्जा को सोलर चार्ज कंट्रोलर की मदद से अपनी बैटरी में डाल लेते हैं. या फिर कोई भी DC उपकरण डायरेक्ट ही हम सोलर पैनल से चला भी सकते हैं. सबसे आम सवाल जो हमारे दिमाग में आता है. कि लोग घर या ऑफिस में सोलर पैनल क्यों लगाते हैं। ऐसा इसलिए है. क्योंकि इन पैनलों के बहुत सारे फायदे हैं।
सोलर पैनलों का सबसे पहल फायदा ये है. कि यह बिजली पर पैसे बचाने का एक शानदार तरीका है। इसके अलावा घरों में लगे सोलर पैनल हानिकारक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन से लड़ने का काम करते हैं। इस तरह यह ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में मदद करता है।
अब जब आप समझ गए हैं. कि हमें सोलर पैनलों की आवश्यकता क्यों है, तो आइए इसे थोड़ा बेहतर समझते हैं।
सोलर सिस्टम लगाने के लिए क्या चाहिए
सोलर सिस्टम के बारे में बात करते हुए, कई सवाल हैं. जो मन में आएंगे। उदाहरण के लिए, भारत में घरेलू उपयोग के लिए सोलर पैनल की कीमत क्या है, या इसे घर पर कैसे इंस्टॉल किया जा सकता है। हम यहां इन सभी सवालों से के बारें में बात करेंगे.
आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि सोलर सिस्टम सिर्फ सोलर पैनल से ही नहीं बल्कि कई हिस्सों से मिल कर बने होते हैं। आप संभावित रूप से अपने पैनल को सीधे उन डिवाइस से कनेक्ट कर सकते हैं. जिन्हें आप पावर देना चाहते हैं, लेकिन यह उन सभी के लिए Sufficient नहीं हो सकता है। तो चलिए जानते हैं. कि सोलर पैनल लगाने के लिए हमें किन-किन चीजों की जरूरत होगी.
1. Solar Cells
सोलर पैनल बहुत से छोटे-छोटे सोलर सेल मिलकर बना होता है. और यह सेल सोलर पैनल की साइज और वोल्ट के हिसाब से अलग-अलग होते हैं. जैसे कि 36 Cell, 60 Cell, 72 Cell और 144 Cell जब यह सोलर सेल धुप के संपर्क में आता है, तो यह बिजली बनाना शुरू कर देता है। और सोलर सेल अलग-अलग रेटिंग के होते है.
2. Charge Controller
एक सोलर पैनल सूर्य के धूप के हिसाब से बिजली बनता होता है. और क्योंकि सूर्य दिन में हर तरफ घूमता रहता है. इसलिए सोलर पैनल के ऊपर कई बार सही धूप गिरती है. वह कई बार धूप सही नहीं मिल पाती है. इसलिए सोलर पैनल कम ज्यादा लाइट बनाता रहता है. तो ऐसी कंडीशन में कम ज्यादा लाइट को कंट्रोल करने के लिए सोलर चार्जर कंट्रोलर का इस्तेमाल किया जाता है.
3. Battery
एक सोलर सिस्टम के लिए बैटरी बहुत ज्यादा जरूरी होती है. क्योंकि दिन के समय में तो हम बिना बैटरी के डायरेक्ट ही सोलर सिस्टम पर अपने उपकरण चला सकते हैं. लेकिन जब रात के समय में हमें कोई उपकरण चलाना हो तो उस समय बिना बैटरी के हम कुछ नहीं चला पाएंगे क्योंकि रात के समय में धुप तो होती नहीं है.
सोलर पैनल रात के समय में काम नहीं करते है. इसलिए यदि हमें सोलर सिस्टम के ऊपर बैटरी लगाई हुई होगी तो दिन के समय में सोलर पैनल द्वारा बनाई गई बिजली हमारी बैटरी में स्टोर हो जाएगी और जब हमें जरूरत होगी तब हम उससे अपने उपकरण चला सकते हैं. एक बैटरी आपके सोलर सिस्टम द्वारा बनाई गई बिजली को उसकी amp घंटे की रेटिंग के अनुसार स्टोर करती है।
4. Power Inverter
सोलर सिस्टम में सोलर पैनल के बाद सबसे जरूरी चीज होती है. वह Power Inverter होता है. क्योंकि इसके बिना हम अपने घर का कोई भी उपकरण नहीं चला पाएंगे Power Inverter एक DC टू AC कन्वर्टर होता है. यानि की यह Power Inverter सोलर पैनल या बैटरी से DC पॉवर लेते है. और हमें AC पॉवर देते है. जिससे हम अपने घर के उपकरण चला पाते है.
क्या सोलर सिस्टम के लिए बैटरी की जरूरत होती है?
बहुत से लोगों का सवाल होता है. कि क्या हमें सोलर सिस्टम पर बैटरी की जरूरत होती है. तो हमें लगता है. कि आप ने यदि इस पोस्ट को शुरू से ध्यान से पढ़ा है. तो आपको इसका जवाब मिल गया होगा.
यदि आपने ध्यान नहीं दिया हो तो इसका जवाब है. हां क्योंकि बैटरी को हम अपने बैकअप के लिए यूज करते हैं. यानी कि जिस समय हमारा सोलर सिस्टम सही तरह से काम कर रहा है. यानी कि सोलर पैनल पर धुप आ रही है. और हमारे सारे उपकरण चल रहे हैं. तब हम अपनी बैटरी को सोलर सिस्टम से ही चार्ज कर सकते हैं.
जब रात के समय में हमारा सोलर सिस्टम काम नहीं करेगा तब हम बैटरी से अपने उपकरणों को चला सकते है. तो इस तरह हम बैटरी को अपने बैकअप के लिए यूज कर सकते हैं. अब आइए एक नजर डालते हैं. सोलर पैनल की कीमत पर।
सोलर पैनल की कीमत कितनी है?
भले ही हमें सोलर सिस्टम हमें फ्री में बिजली देते है. लेकिन यह सोलर पैनल खरीदने में हमारी जो कोस्ट (खर्चा) आएगा वो हमें ही देना है. अब यह बात आपके उपर निर्भर करती है. की आप कितना बड़ा सोलर सिस्टम लगवाना चाहते है. कुछ कीमतें उपकरण की Efficiency, Capacity और जगह द्वारा निर्धारित की जाती हैं।
इसके अलावा सोलर सिस्टम की कीमत कंपनी के ऊपर भी डिपेंड करती है. कि आप सोलर सिस्टम किस कंपनी का लेना चाहते हैं. पुरे सोलर सिस्टम में कई उपकरण होते है. जैसे कि इनवर्टर, सोलर पैनल, बैटरी आदि सोलर पैनल के साइज के हिसाब से भी अलग-अलग प्राइस होते हैं.
वैसे सोलर पैनल हमें पर वाट के हिसाब से मिलते है. और आज कल कुच्छ कम्पनीयों का प्राइस लगभग रु. 180 से रु. 250 प्रति वाट चल रहा है. घर में सोलर पैनल सिस्टम लगाना फायदेमंद होता है, लेकिन आपको इसके रखरखाव में सावधानी बरतनी होगी
सोलर सिस्टम देख भाल कैसे करे
बिजली का चाहे कोई भी उपकरण हो उसका रख रखाव जरूरी है. सोलर सिस्टम पर तो आपको हर दिन निगरानी रखनी होगी और सोलर सिस्टम का हिस्सा तो सोलर पैनल होते है. अगर आप ने ध्यान नहीं दिया और सोलर पैनल पर मिटटी जम गई तो सोलर पैनल सही से बिजली नहीं बना पायेंगें
यदि सोलर सिस्टम बिजली नहीं बना पाएंगे तो सोलर सिस्टम बंद हो जायेगा और आप कुछ भी नहीं चला पाएंगे और यदि आप ने बैकउप के लिए बैटरी लगाईं हुई है. तो आपको बैटरीयों के पानी का ध्यान रखना होगा उन में पानी कम नहीं होना चाहिए नहीं तो बैटरी ख़राब हो जाएगी इसलिए सोलर सिस्टम लगाने से ज्यादा आपको इसकी देख भाल की जरुरत होती है.
सोलर पैनल का रख रखाव
1. सोलर पैनल को हर रोज नियमित रूप से साफ करना चाहिए।
2. हर रोज अपने सोलर सिस्टम की बैटरीयों का पानी चेक करें की कहीं बैटरीयों में पानी कम तो नही 3. बैटरीयों के टर्मिनल को हमेशा साफ़ रखे उन पर कभी कार्बन नहीं आना चाहिए
4. सोलर पैनल के स्टैंड को चेक करते रही की कहीं स्टैंड पर जंग तो नहीं लग गया है
5. सर्किट की Testing और रखरखाव करना चाहिए
ये आसान कदम आपके सोलर पैनल के रखरखाव के लिए काफी हैं।
सोलर सिस्टम की वारंटी कितनी होती है
ज्यादातर सोलर पैनल की वारंटी अवधि 10-15 वर्ष के बीच होती है, जबकि कुछ लक्जरी पैनल की वारंटी 25 वर्ष तक की होती हैं।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि घर या ऑफिस में सोलर पैनल काफी फायदेमंद होते हैं। लेकिन सोलर पैनलों के लाभों का आनंद लेने के लिए, आपको पहले अपने सिस्टम इंस्टोल करवाने की आवश्यकता होगी।